You're all set!

Get ready for regular updates and more.

Table of Contents

Quality Service Guarantee Or Painting Free

Unbeatable Price 5-Star Rated Partner! 2200+ Shades! Top Quality Paint Free Cancellation!

Get a rental agreement with doorstep delivery

Find the BEST deals and get unbelievable DISCOUNTS directly from builders!

5-Star rated painters, premium paints and services at the BEST PRICES!

Loved what you read? Share it with others!

thumbnail

Help us assist you better

Check Your Eligibility Instantly

Experience The NoBrokerHood Difference!

Set up a demo for the entire community

Thank You For Submitting The Form
Home Blog Hindi वास्तु के अनुसार पूजा का कमरा बनाने के सरल तरीके

वास्तु के अनुसार पूजा का कमरा बनाने के सरल तरीके

Updated : May 26, 2020

Author : author_image admin

2520 views

Table of Contents

अगर पुराने घरों की बात की जाए तो ऐसे घरों में पूजा के लिए हमेशा एक अलग जगह या अलग कमरा होता है। पर जगह की कमी होने के कारण आजकल के ज़्यादातर घरों में पूजा के लिए कोई कमरा नहीं बनाया जाता है।    यह बहुत ज़रूरी जगह है क्योंकि घर में सबसे ज़्यादा पॉज़िटिव एनर्जी यहीं से आती है। लेकिन अगर आप पूजा का कमरा  बनाने में कोई  गलती करते हैं तो इसका सीधा असर आपके घर में आने वाली एनर्जी पर पड़ता है। अगर आपको भी पूजा के कमरे से अच्छे नतीजे  चाहिए, तो आपको इन बातों का ध्यान रखना होगा-   
  • आपका पूजा का कमरा हमेशा घर की उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए।  
  • पूजा के कमरे की छत गोपुरा या पिरामिड के आकार की होना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि यह आकार घर में ज़्यादा पॉजिटिव एनर्जी लाता है। 
  • अगर आपके घर में एक से ज़्यादा मंज़िल हैं तो पूजा का कमरा हमेशा ग्राउंड फ्लोर पर ही होना चाहिए। बेसमेंट या ऊपरी मंज़िलों पर पूजा का कमरा नहीं बनाना चाहिए। 
  • पूजा का कमरा कभी भी बैडरूम में या बेडरूम की दीवार से सटा हुआ नहीं होना चाहिए। 
  • सीढ़ियों के नीचे भी पूजा का कमरा नहीं होना चाहिए। 
  • पूजा के कमरे में शांति महसूस होती है, इसलिए इसकी दीवारों पर सफ़ेद, हल्का पीला या हल्का नीला पेंट करवाना बेहतर माना जाता है। यहाँ पर गहरे और चटख रंग का पेंट करवाने से बचना चाहिए।  
  A Simple Guide to Setting Up a Vastu Compliant Pooja Room  
  • पूजा के कमरे में हमेशा दो शटर वाला दरवाज़ा होना चाहिए और यह अच्छी क्वालिटी वाली लकड़ी से बना होना चाहिए। यहाँ के दरवाज़े में ड्योढ़ी भी बनी होना चाहिए जिससे कि इस पवित्र जगह में  कीड़े न पहुँच पाएँ। 
  • पूजा के कमरे में अगर आप कोई मूर्ति लगाते हैं तो उसे पूजा के कमरे में दाखिल होने वाले दरवाज़े के ठीक सामने नहीं लगाना चाहिए।  
  • पूजा के कमरे में रखी जाने वाली की मूर्ति की लम्बाई 9 इंच से ज़्यादा और 2 इंच से कम नहीं होनी चाहिए। हो सके तो, मूर्ति ना लगाना ही बेहतर होगा। 
  • पूजा के कमरे में लगाई जाने वाली मूर्ति ज़मीन से 6 इंच ऊपर और दीवार से एक इंच दूर लगानी चाहिए। मूर्ति के ऊपर कोई भी चीज़ नहीं रखनी चाहिए। 
  • पूजा के कमरे में पूर्वजों की, किसी युद्ध की या मृत्यु की तस्वीर नहीं होनी चाहिए।  
  • पूजा के कमरे में कोई भी टूटी हुई चीज़ न रखें। अगर कोई मूर्ति या तस्वीर टूट जाती है तो उसे तुरंत बदल लेना चाहिए।  
  • जब ध्यान लगाएँ या पूजा करें तो आपका चेहरा पूर्व या उत्तर की ओर होना चाहिए।  
  • हवन या अग्नि में आहुति पूर्व की तरफ मुँह करके देनी चाहिए और दीपक पूजा के कमरे के दक्षिण-पूर्व कोने में लगाना चाहिए।  
  A Simple Guide to Setting Up a Vastu Compliant Pooja Room  
  • पूजा के कमरे में उत्तर-पूर्व दिशा में खिड़की होनी चाहिए जिससे कि यहां ज़्यादा रोशनी रहे। हालाँकि यहां आपके लगाए दीपक से हमेशा उजाला रहता है लेकिन आप यहां पर आर्टिफिशियल लाइट भी लगा सकते हैं। 
ऊपर दिए गए सुझाव आपको वास्तु के अनुसार पूजा का कमरा बनाने में मदद करेंगे। अगर आप कुछ भी पूछना चाहते हैं तो हमें कमेंट में लिखें। आपको NoBroker पर कई सारे वास्तु के मुताबिक घर मिलेंगे जिन्हें आप ख़रीद सकते हैं या किराये पर ले सकते हैं।  

Loved what you read? Share it with others!

Join the conversation!

Subscribe to our newsletter

Get latest news delivered straight to you inbox

Recent blogs in

10