You're all set!

Get ready for regular updates and more.

Table of Contents

Quality Service Guarantee Or Painting Free

Unbeatable Price 5-Star Rated Partner! 2200+ Shades! Top Quality Paint Free Cancellation!

Get a rental agreement with doorstep delivery

Find the BEST deals and get unbelievable DISCOUNTS directly from builders!

5-Star rated painters, premium paints and services at the BEST PRICES!

Loved what you read? Share it with others!

thumbnail

Help us assist you better

Check Your Eligibility Instantly

Experience The NoBrokerHood Difference!

Set up a demo for the entire community

Thank You For Submitting The Form
Home Blog Hindi टाइनी हाउस मूवमेंट (छोटे घरों में रहने का अभियान)

टाइनी हाउस मूवमेंट (छोटे घरों में रहने का अभियान)

Updated : July 11, 2024

Author : author_image admin

1690 views

Table of Contents

अगर आपने टाइनी हाउस मूवमेंट के बारे में नहीं सुना है, तो  यह आर्टिकल आपको इसके बारे में जानकारी देने में मदद करेगा। टाइनी हाउस मूवमेंट अमेरिका और दुनिया के बाकी हिस्सों  में तेज़ी से मशहूर हो रहा है। यह जानना भी बहुत ज़रूरी है कि यह अभियान क्यों और कैसे मदद करता है। टाइनी हाउस मूवमेंट क्या है? टाइनी हाउस मूवमेंट एक सामाजिक अभियान है जहाँ लोग अपने रहने के लिए बड़े घरों को छोड़कर किसी छोटे मकान को चुनते हैं। यह ज़िंदगी को आसान बनाकर ज़रुरत की चीज़ों के साथ रहने, जमाख़ोरी और ज़्यादा खपत को रोकने का अभियान है। एक आम घर का आकार बहुत तेज़ी से बढ़ने लगा था और यह अभियान बड़े घरों की ज़रुरत पर सवाल उठाता है और आसानी से घर ढूंढने में लोगों की मदद भी करता है।  घर जितना छोटा होता है उतना ही सस्ता भी होता है। इसका मतलब है कि आपको बाकी ज़िदगी लोन चुकाते हुए नहीं गुजारनी होगी और ना ही भारी भरकम हाउस टैक्स या महँगी मेंटेनेंस फ़ीस चुकानी होगी। रिसर्च के मुताबिक, यूएस में छोटे घरों में रहने वाले 55% से ज़्यादा लोग एक आम अमेरिकी नागरिक से ज़्यादा बचत करते हैं। छोटे घरों में आप क़र्ज़ से नहीं घिरे रहते हैं और इस कारण आप बड़े घर में रहने की जगह अपनी ज़िंदगी को बड़े और बेहतर तरीके से जी सकते हैं।   The Tiny House Movement   एक छोटा घर कितना बड़ा होता है? एक छोटा घर 100 वर्ग फुट से लेकर 400 वर्ग फुट तक का हो सकता है। इसे ऐसे बनाया जाता है कि आप आराम से रह सकते हैं, लेकिन ऐसा करने के लिए आपको अपनी ज़रूरतों को कम करके रहने का हुनर आना चाहिए। कुछ छोटे घर 400 वर्ग फुट से 1000 वर्ग फुट तक के भी होते हैं।  यह भी जानना ज़रूरी है कि छोटे घर दो तरह के होते हैं। एक जो मोबाइल होते हैं और एक ट्रेलर के साथ  जोड़े जा सकते हैं और कहीं भी ले जाए जा सकते हैं और दूसरे जो एक नींव पर बनाए जाते हैं और उसी जगह पर कायम रहते हैं। मोबाइल घरों पर ज़्यादा प्रतिबंध होते हैं क्योंकि उन्हें सड़क के नियमों का पालन करना पड़ता है और उन्हें पार्किंग करने में भी परेशानी हो सकती है।    The Tiny House Movement   अगर तुलना की जाए तो, मुंबई में 700 वर्ग फ़ीट का आम घर छोटे घरों की श्रेणी में आता है। बैंगलोर में, घर बड़े होते हैं और एक आम घर 1,260 वर्ग फ़ीट का होता है, लेकिन भारत में मोबाइल घर नहीं होते है।  टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक, अगर आप कम इनकम वालों की केटेगरी पर ध्यान दें, तो पता चलता है कि वे बहुत छोटे घरों में रहते हैं। यह ग्रामीण इलाकों में प्रति व्यक्ति 494 वर्ग फ़ीट / 103 वर्ग फ़ीट और शहरी इलाकों में प्रति व्यक्ति 504 वर्ग फ़ीट / 117 वर्ग फ़ीट है।  छोटे घर के फ़ायदे छोटे घरों का सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि वे सस्ते होते हैं। यहाँ तक कि कुछ देशों में, सरकार ने ज़रूरतमंद लोगों को ऐसे छोटे घर दिए हैं। यह उनको घर देना का एक सस्ता तरीका था और इन घरों को बनाने में ज़्यादा वक़्त या सामान भी नहीं लगता है।  इसका दूसरा फ़ायदा यह है कि ये सादा जीवन जीने की सीख देते हैं और ये आपके कार्बन फुट प्रिंट (इंसान द्वारा बाहर निकाली जाने वाली कार्बन की मात्रा) को घटाने में भी मदद कर सकते हैं। जिनके पास छोटे मोबाइल घर हैं, उन्हें एडवेंचर का भी फ़ायदा मिल जाता है क्योंकि वे जब चाहें अपने घर के साथ कहीं भी जा सकते हैं।   The Tiny House Movement   अगर आप भी किसी छोटे घर में शिफ्ट होना चाहते हैं, ज़्यादा बचत करके सादा जीवन बिताना चाहते हैं, तो NoBroker आपकी ज़रूरतों के हिसाब से घर ढूंढने में आपकी मदद कर सकता है। अगर आप भी टाइनी हाउस मूवमेंट का हिस्सा बनना चाहते हैं और अपनी पसंद का घर ढूंढना चाहते हैं तो हमें विज़िट करें। 

Loved what you read? Share it with others!

Join the conversation!

Subscribe to our newsletter

Get latest news delivered straight to you inbox

Recent blogs in

4